Saturday, September 26, 2009

मंडला मे बर्वे का उदय

१६९२ ईसवी मे कन्हैयालाल जो गराकोटा के रहने वाले थे मंडला मे आये, इनके २ लड़के हुए- भादवा और संदवा!
भादवा से माहू और बापुदास हुए!
संदवा से ननकू, बेजू और रैना हुए!
ननकू से सोमन, चुनिया, चरमा, नन्हुआ, और सरूप हुए! इसके आगे इनका वंश ख़तम हो गया!
इसी प्रकार बेजू और रैना का वंश भी आगे चल नहीं सका!
बापुदास जिनकी धर्मपत्नी तिजिया और महादेव की पत्नी गणेशी थी!
इनसे २ भाई लालजी और शिवलाल हुए! इन दोनों का भी वंश भी नहीं चल सका!
भगवत जिसकी धर्मपत्नी मुनिया थी! उसके २ लड़के हुए सहन और केशव ! सहन से सरूपिया हुई और वह ख़तम हो गई! लकिन केशव के ६ लड़के हुए उसकी इस्त्री का नाम भोग था! उसने ६ लड़को को जनम दिया !
और इन ६ लड़को से इस तरह वंश वृधि हुई की इसे एक ही ग्राफ मे नहीं दिखाया जा सकता!
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करे दिए गए मोबाइल नंबर पर:- +९१-9826410670 .   

1 comment: